गुरुपूर्णिमा कल: जय गुरुदेव दया निधि दीनन हितकारी, जय जय मोह विनाशक, जय जय तिमिर विनाशक भव बंधन हारी

सनातन धर्म में आषाढ़ पूर्णिमा का का दिन बेहद पवित्र माना जाता है यह गुरु शिष्य के अटूट रिश्ते की महान परंपरा का संवाहक माना जाता है आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है और इसे व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है यह दिन किसी भी शिष्य के लिए अपने जीवन में सबसे अहम माना जाता है और शिष्य अपने गुरु से यही प्रार्थना करता है कि जय गुरुदेव दया निधि दीनन हितकारी जय-जय मोह विनाशक जय जय तिमिर विनाशक भव बंधन हारी क्योंकि जब शिष्य गुरु के शरणागत होता है तभी उसके जीवन का अज्ञान रुपी अंधकार और अनेक प्रकार के विषय विकार दूर हो जाते हैं और शिष्य अपने गुरु से प्राप्त आध्यात्मिक ज्ञान की ऊर्जा से ओतप्रोत होकर जीवन में सनमार्गी बनता है गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर एक शिष्य अपने सदगुरुदेव से यही प्रार्थना करता है कि हे गुरुदेव हमें जीवन में आप अपनी भक्ति का दान दीजिए हमारा अटूट प्रेम निष्ठा आपके श्री चरणों में बनी रहे और भूलवश भी हमारे अंदर कोई अहंकार उत्पन्न न होने पाए ।शिष्य आज के दिन गुरु के प्रति कृतज्ञता का भाव भी व्यक्त करता है क्योंकि गुरु को ही ब्रह्मा विष्णु एवं महेश कहा गया है और उन्हें ही परम ब्रह्म की संज्ञा दी गई है जिस प्रकार से ब्रह्मा सृष्टि की रचना करते हैं उसी प्रकार से गुरुदेव अपने शिष्य के अंदर आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं जिस प्रकार से जगत के पालनहार विषू इस संसार का पालन करते हैं ठीक उसी प्रकार से सदगुरुदेव हमारे जीवन में एक रक्षा कवच बनाकर माता की तरह हमारा लालन पालन और पिता की तरह हमें मार्गदर्शन प्रदान करते हैं जिस प्रकार से महेश्वर संहार के देवता माने जाते हैं ठीक उसी प्रकार से सदगुरुदेव भी हमारे अंदर उत्पन्न होने वाले अहंकार को नष्ट करते हैं और वही परम ब्रह्म अर्थात शिव है कहा भी गया है वंदे वोधमयं नित्यम गुरुर शंकर रूपिणम गुरु का हमारे जीवन में क्या महत्व है गुरु की क्या महिमा है इस पर तो संत कबीर जैसे महापुरुष और समय की अवतारी सत्ता भी कुछ कह पाने में असमर्थ रहे तो फिर हम सामान्य अल्प बुद्धि वाले व्यक्ति की हैसियत ही क्या कि हम गुरु की महिमा का वर्णन अपने शब्दों में कर पाए लेकिन सत्संग में संत महात्माओं के सानिध्य में जो कुछ भी हमें सीखने और सुनने को मिला उस प्राप्त ज्ञान को हम भी अपने द्वारा जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं इस वर्ष गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व कल 10 जुलाई गुरुवार को है गुरु पूर्णिमा का यह पावन पर्व आपके जीवन में मंगलमय हो इन्हीं शुभकामनाओं के साथ जय श्री सच्चिदानंद
