कुदरत का अनमोल खजाना है यह पुष्प एक बार देखेंगे तो देखते-ही रह जाएंगे

प्रकृति हमें इतना कुछ देती है कि उसकी कभी हम कल्पना भी नहीं कर सकते कुदरत इंसान को बिल्कुल निशुल्क वह सब चीज प्रदान कर देती है जो शायद इंसान चाह कर भी अर्जित नहीं कर सकता है अर्थात कुदरत की देन अनमोल है जी हां बात कर रहे हैं इस खूबसूरत ऋतु की, इस मौसम में ऐसे ऐसे सुंदर फूल खिले हैं जो न केवल आपकी आंखों को सुकून देंगे बल्कि कुदरत द्वारा प्रदत्त नैसर्गिक सौंदर्य को भी बयां करेंगे

आजकल जगह-जगह वैगोनवालिया के ऐसे सुंदर पुष्प खिले हैं कि उसकी मनोहारी छटा देखते ही बनती है और वह हर किसी का मन मोहने में सक्षम है और जो इशारा करती है कि कुदरत आपको इतने बेहतरीन चीजें बिल्कुल मुफ्त में देती है तो आपका कुदरत के लिए या प्रकृति के लिए अथवा पर्यावरण संरक्षण के लिए क्या योगदान है तमाम रंगों से आच्छादित बेहतरीन पुष्प खिले पड़े हैं

यदि आप इन रास्तों से गुजर रहे हैं तो आपका मन प्रकृति की इस अनुपम सौगात को देखने के लिए एक टक हो जाएगा कभी आप लाल कुआं से हल्द्वानी की ओर बरेली रोड पर जाएं तो प्रकृति के ऐसे सुंदर अनुपम शोभाकर पुष्प आपको दिखाई देंगे और यदि आप लाल कुआं से आइटीबीपी रोड हल्दूचौड़ से गुजरे तो ऐसे सुंदर पुष्पों से आप अवश्य दो चार हो जाएंगे पर्यावरणविद् डॉक्टर आशुतोष पंत बताते हैं कि वेगोनवालिया का या सुंदर पुष्प बहुत ही कम पानी में भी अनुपम छटा बिखेरने में सक्षम है इसका सीजन दिसंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक पूरी चरम सीमा पर होता है डॉक्टर आशुतोष पंत का कहना है कि यह पुष्प औषधि गुण से भी भरपूर है इसका अर्क दस्त एवं पेट दर्द में असर कारक है और श्वास के रोगों में भी यह बहुत आराम प्रदान करता है उनका कहना है कि यह पुष्प प्राकृतिक रूप से तो होता ही है लेकिन यह अब घर में भी गमले में अथवा खेत में लगाया जा सकता है और बेहद सुकून प्रदान करता है
