उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार से सम्मानित हुए हल्दूचौड़ निवासी जगदीश चंद्र पांडे, भव्य समारोह के बीच मुख्यमंत्री धामी ने दिया पुरस्कार

लोककला एवं पेंटिंग के क्षेत्र में शोहरत हासिल कर रहे जगदीश चंद्र पांडे एक के बाद एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर रहे हैं जन्म से ही कला एवं पेंटिंग की स्वप्रेरणा से जागृत जगदीश चन्द्र पांडे ने लोककला एवं पेंटिंग के क्षेत्र में आज वह मुकाम हासिल कर लिया है जिसने न केवल उनके तथा उनके परिवार का बल्कि पूरे उत्तराखंड को गैारवान्वित किया है जनपद नैनीताल के हल्दूचौड़ कस्बे के क्वालिटी कॉलोनी निवासी जगदीश चंद्र पांडे बेहद मझे हुए कलाकार हैं उनकी कला एवं पेंटिंग उनके अंतर मन में प्रकट होने वाले भाव के आधार पर आकार लेती चली आती है उनकी चित्रकारी एवं पेंटिंग की कला इतनी खूबसूरती से भरी होती है कि लगता है कि यह हू-ब-हू आपसे बात कर रही है उनकी चित्रकारी ने उत्तराखंड में ही नहीं वरन उत्तराखंड से बाहर भी ख्याति अर्जित की है और आज जगदीश चन्द्र पांडे और उनकी चित्रकारी एक प्रतिष्ठित नाम है इन्हीं उपलब्धियों के रथ पर सवार जगदीश चन्द्र पांडे ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है

लोक कला एवं पेंटिंग के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे एक से बढ़कर एक कार्यों को प्रशंसनीय बताते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्हें वर्ष 2024 का शिल्प रत्न पुरस्कार से नवाजा है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कर कमलों द्वारा दिये गए इस पुरस्कार के तहत उन्हें प्रशस्ति पत्र मेडल तथा ₹100000 का चेक प्रदान किया गया जगदीश चंद्र पांडे की इस शानदार उपलब्धि पर सांसद अजय भट्ट विधायक डॉ मोहन बिष्ट पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल पूर्व विधायक नवीन चंद दुम्का वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरेंद्र बोरा जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला गायत्री शक्तिपीठ के प्रबंधक बसंत पांडे दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा हल्द्वानी के महापौर गजराज बिष्ट ग्राम प्रधान निर्मला जग्गी पवार समेत अनेकों लोगों ने खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं इधर प्रख्यात आध्यात्मिक एवं धार्मिक संस्था मानव उत्थान सेवा समिति ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर उन्हें सम्मानित किए जाने का ऐलान किया है मानव उत्थान सेवा समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव महात्मा सत्यबोधानंद जी ने कहा कि यह हम सबके लिए बहुत ही खुशी का विषय है कि जगदीश चंद्र पांडे जी को मुख्यमंत्री जी के द्वारा यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है यह आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है और वर्तमान पीढ़ी के लिए भी उत्साह जनक है


