जानिए कब है पौष पूर्णिमा, क्या है इसका महत्व

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सनातन धर्म में पौष पूर्णिमा का बेहद महत्व है वैसे तो हर पूर्णिमा को विशेष दिन माना जाता है लेकिन पौष मास में पढ़ने वाली पूर्णिमा जिस पौष पूर्णिमा कहते हैं उसका अत्यधिक महत्व है माना जाता है कि इस दिन धन की देवी लक्ष्मी का अवतरण हुआ था इस वर्ष पूर्णिमा 13 जनवरी को शुरू हो रही है इसी दिन से प्रयागराज में महाकुंभ का भी शुभारंभ होगा पौष पूर्णिमा का विशेष आध्यात्मिक महत्व है ज्योतिष मान्यता के अनुसार पौष पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान ध्यान कर सूर्य को अर्घ्य देना बेहद फायदेमंद होता है और तमाम प्रकार की बीमारियों का निदान होता है व्यक्ति को आरोग्यता सुख समृद्धि की भी प्राप्ति होती है ज्योतिषी मान्यता के अनुसार ही यदि कोई व्यक्ति आर्थिक रूप से संकट का सामना कर रहा है तो उसे इस दिन माता लक्ष्मी और श्री हरि नारायण की पूजा करनी चाहिए मानसिक रूप से कमजोर लोगों के लिए पौष पूर्णिमा के दिन बताया गया है कि इस दिन भगवान शिव का कच्चे दूध से अभिषेक किया जाना चाहिए कच्चे दूध का अभिषेक करने से व्यक्ति को मानसिक संकटों का सामना नहीं करना पड़ता है और मानसिक तनाव जैसी स्थिति उसके जीवन में फिर कभी नहीं आती है माता तुलसी की कृपा को प्राप्त करने के लिए भी माता तुलसी पर कच्चे दूध का अर्घ्य देना फायदेमंद बताया गया हैआप सभी को यह जानकारी ज्योतिष शास्त्र के आधार पर दी जा रही है उम्मीद है कि आपको यह जानकारी अवश्य अच्छी लगी होगी आपको आध्यात्मिक एवं धर्म से जुड़ी जानकारी समय-समय पर हंस kripa.com द्वारा दी जाती रहेंगी जय श्री राम

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