महाकुंभ: विश्व के सबसे बड़े एवं सबसे पवित्र धार्मिक महोत्सव का इस तारीख से होगा शुभारंभ

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धर्म एवं सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मेले महाकुंभ की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है संगम नगरी प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में अबकी बार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का दावा किया जा रहा है इस बार का महाकुंभ बेहद भव्य एवं ऐतिहासिक मनाया जा रहा है इसको लेकर के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा तैयारी का व्यापक निरीक्षण किया जा रहा है उन्होंने दशाश्वमेध-घाट एवं नाग वासुकि घाट में तैयारी का निरीक्षण किया और स्वच्छता आरती का भी शुभारंभ किया

धर्म एवं संस्कृति के सबसे बड़े मेले महाकुंभ जिसका सनातन धर्म में सर्वाधिक महत्व है महाकुंभ में देश के ही नहीं बल्कि विदेशों में रहने वाले भी प्रत्येक सनातनी को इसका इंतजार होता है महाकुंभ भारतवर्ष के चार स्थानों में मनाया जाता है गंगा जमुना सरस्वती अर्थात त्रिवेणी के संगम में प्रयागराज के अलावा हरिद्वार उज्जैन और नासिक में इन मेलों का आयोजन किया जाता है महाकुंभ प्रत्येक 12 वर्ष के अंतराल में होता है

प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से शुरू होगा और जिसका समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर होगा पौष पूर्णिमा से ही कल्पवास भी शुरू हो जाता है आध्यात्मिक ऊर्जा एवं आध्यात्मिक चेतना को प्राप्त करने वाले साधकजन इस दौरान कुंभ क्षेत्र में रहकर साधना करते हैं दिन में तीन बार स्नान एवं अल्पाहार अथवा फलाहार इसमें लिया जाता है अबकी बार छह प्रमुख स्नान होंगे जिसमें से तीन शाही स्नान और तीन अन्य स्थान होंगे कुल मिलाकर इन सभी की संख्या 6 होगी 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर प्रथम शाही स्नान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर दूसरा शाही स्नान और 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर तीसरा शाही स्नान होगा इसके अलावा 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर भी विशेष स्नान होंगे

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