विधायक पर लगा बिंदुखत्ता की जनता को गुमराह करने का आरोप

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प्रेस विज्ञप्ति
लालकुआं
15 नवंबर

  • लगी आपत्तियों से स्पष्ट है कि लालकुआं विधायक बिंदुखत्ता की जनता को गुमराह करने में लगे हैं
  • बिंदुखत्ता राजस्व गांव के लिये विधानसभा से प्रस्ताव पारित कर डिसफॉरेस्ट करने की प्रक्रिया शुरू करे सरकार
  • किसान महासभा राजस्व गांव पर जनता की बैठक कर व्यापक आंदोलन की रणनीति बनायेगी

भाकपा माले की बिंदुखत्ता कमेटी की बैठक पार्टी कार्यालय दीपक बोस भवन में आयोजित की गई।

बैठक में कहा गया कि, बिंदुखत्ता राजस्व गांव के मामले में भाजपा विधायक द्वारा की जा रही वादाखिलाफी का एक और नमूना वनाधिकार समिति की फाइल पर जिलाधिकारी नैनीताल की आपत्ति के रूप में सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बिंदुखत्ता वनाधिकार समिति बनाना विधायक और भाजपा की राज्य सरकार द्वारा यहां की जनता को बरगलाने के लिए उठाया गया कदम था।

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भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, बिंदुखत्ता राजस्व गांव बनाने के लिये राज्य विधानसभा से प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार को भेजकर डिसफॉरेस्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए, यही बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की सही प्रक्रिया है।

उन्होंने कहा कि, भाकपा(माले) और अखिल भारतीय किसान महासभा ने यह बात लगातार पहले भी कही है। असलियत में लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में जहां जहां भी डॉ मोहन सिंह बिष्ट के विधायक बनने के बाद भाजपा ने वन अधिकार समितियां बनवाई हैं उनकी लड़ाई वन अधिकार कानून के तहत कहीं नहीं टिकती। दरअसल राजस्व गांव और मालिकाना हक की आवाज को गुमराह करने के लिए भाजपा ने ये समितियां बनवाई। अब लगी आपत्ति इस बात का प्रमाण हैं कि भाजपा और लालकुआं विधायक वन भूमि पर बसी जनता को गुमराह करने में लगे हैं।

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अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष भुवन जोशी ने कहा कि, लालकुआं विधायक तो हर जगह यह घोषणा कर रहे थे कि बिंदुखत्ता राजस्व गांव की सारी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है केवल घोषणा होना बाकी है लेकिन नैनीताल जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय समिति ने बिंदुखत्ता वन अधिकार समिति की फाइल पर तीन मुख्य आपत्ति समेत कई आपत्तियां लगाई हैं। राजस्व गांव को लेकर जनता के समक्ष मिथ्या प्रचार करते हुए बड़बोलापन दिखाकर भ्रम फैलाने के लिए विधायक पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं। अब समय आ गया है कि जनता इनके फैलाए भ्रम जाल से निकल कर बिंदुखत्ता राजस्व गांव बनाने की कमान अपने हाथ में लेकर बड़े आंदोलन की शुरूआत करे।

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बैठक में तय किया गया कि शीघ्र ही अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा बिंदुखत्ता राजस्व गांव बनाने के सवाल पर जनता की वृहद बैठक बुलाकर विधायक और राज्य सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध व्यापक आंदोलन की रणनीति बनाई जायेगी।

बैठक में डॉ कैलाश पाण्डेय, भुवन जोशी, विमला रौथाण, किशन बघरी, आनंद सिंह सिजवाली, बहादुर सिंह जंगी, गोविंद जीना, नैन सिंह कोरंगा, बिशन दत्त जोशी, निर्मला शाही, कमलापति जोशी, त्रिलोक सिंह दानू, दान सिंह मेहरा, अंबा दत्त बचखेती, गोपाल दत्त आदि शामिल रहे।

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