प्रयागराज महाकुंभ मे हुआ सद्भावना सम्मेलन का आयोजन, अंतर्राष्ट्रीय संत सतपाल जी महाराज का आह्वान
प्रयागराज महाकुंभ में मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मेलन का सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम तथा प्रख्यात अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक संत सद्गुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज के उद्बोधन के साथ समापन हो गया इस दौरान देश के विभिन्न प्रांतो से आए संत महात्माओं ने अपने ओजस्वी एवं सारगर्भित उद्बोधन के माध्यम से कुंभ के ऐतिहासिक पौराणिक धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला इस दौरान विभिन्न प्रदेशों से आए हुए कलाकारों ने अपने राज्य के प्रमुख लोकगीत एवं लोक नृत्य की सांस्कृतिक प्रस्तुती से भी माहौल को भक्ति रस के साथ-साथ सांस्कृतिक छटा से भी सराबोर कर दिया
इस दौरान सदगुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज ने कुंभ के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा गंगा जमुना एवं अदृश्य सरस्वती के महत्व पर भी उपस्थित प्रेमी श्रद्धालु जनों का मार्गदर्शन किया उन्होंने पतित पावनी मां गंगा के पौराणिक एवं धार्मिक महत्व के साथ-साथ इसके वैज्ञानिक महत्व पर भी व्याख्या की व्याख्या की सतगुरु देव श्री महाराज जी ने कहा कि इस पावन धरा पर आकर हर व्यक्ति को जीवन में श्रेष्ठ मार्ग पर चलने का संकल्प लेना होगा और हमारे देश की महान गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने में एक ध्वजवाहक की भूमिका निभानी होगी उन्होंने कहा कि उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से यह भी अपील की आज जो महात्मा एवं बाईजन ज्ञान के प्रचार प्रसार में अपना संपूर्ण जीवन न्योछावर कर रहे हैं उनको भी सहयोग किये जाने की नितांत आवश्यकता है ताकि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाए जाने का जो अभियान चलाया जा रहा है वह जल्द से जल्द पूरा हो और उस पर हम सभी की सहभागिता सुनिश्चित हो इससे पूर्व सदगुरुदेवश्री सतपाल महाराज जी ने कुंभ हादसे में काल का शिकार बने तीर्थ यात्रियों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की इस दौरान महात्मा सत्यबोधानंद जी महात्मा चंद्रभानानंद जी महात्मा आचार्यानंद जी महात्मा सार्थानंद जी महात्मा हरिसंतोषानंद जी ज्ञानशब्दा नंद जी प्रेम परागानंद जी तूरियानंद जी महात्मा आलोकानंद जी महात्मा मानसानंद जी महात्मा प्रभाकरानंद जी, महात्मा महात्मा मुक्तिका बाई जी महात्मा प्रचारिका बाई जी महात्मा चांदना बाई जी महात्मा शांतिबाई जी महात्मा स्नेहा बाईजी महात्मा हेमंती बाई जी महात्मा तारामती बाई जी महात्मा सुमिता बाई जी महात्मा अंबालिका बाई जी महात्मा हीरा बाई जी ईश्वरी बाई जी के अलावा भारतवर्ष के अनेक प्रांतो के हजारों हजार श्रद्धालु मौजूद रहे मानव उत्थान सेवा समिति के अधिकारी आंकड़े के मुताबिक 1,32,676 श्रद्धालु यहां शिविर में उपस्थित रहे