प्रभु राम के चरण में शरण मिले यही मेरे जीवन का उद्देश्य : बर्गली
प्रभु राम की प्रेरणा एवं उनकी कृपा से ही मेरे द्वारा अपनी सामर्थ्य अनुसार भव्य राम मंदिर का निर्माण किया गया और उन्हीं की प्रेरणा और आशीर्वाद से राम कथा का सफल आयोजन भी संभव हो सका मेरी तमन्ना है कि मैं और मेरा पूरा परिवार प्रभु श्री राम के शरणागत होकर उनकी अनन्य भक्ति प्राप्त करें यही मेरे जीवन का उद्देश्य है यह कहना है नगर पंचायत लाल कुआं से रिटायर्ड लिपिक दीवान सिंह बर्गली का संजय नगर प्रथम ढलान चक्की बिंदुखत्ता निवासी दीवान सिंह बर्गली द्वारा अपने मकान के समीप ही भूमिया मंदिर की जमीन पर भगवान श्री राम का सुंदर मंदिर बनाया है जहां श्रद्धालु बड़े ही भक्ति भाव से प्रभु राम की कृपा प्राप्त करते हैं दीवान सिंह बर्गली ने कहा कि उनके मन में प्रभु श्रीराम की प्रेरणा से ही संकल्प आया कि उन्हें एक मंदिर बनाना चाहिए और प्रभु श्री राम की कथा का आयोजन करना चाहिए उन्हीं की शक्ति से उन्होंने यह कार्य संभव किया श्री बर्गली बताते हैं कि इसके लिए उनके परिवार का भी उन्हें भरपूर सहयोग मिला उनकी धर्मपत्नी श्रीमती इंद्रा बर्गली उनके बेटे मनोज कुमार बर्गली जितेंद्र बर्गली गजेंद्र बर्गली के अलावा पुत्रवधू ममता बर्गली चंद्रा बर्गली का भी भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ और प्रभु राम की कृपा से उनका यह संकल्प पूरा हुआ उन्होंने कहा कि उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य है कि वे तथा उनका पूरा परिवार प्रभु श्री राम के चरणों में शरणागत होकर उनकी अनन्य भक्ति एवं कृपा प्राप्त करें क्योंकि प्रभु राम की कृपा प्राप्त होना कई जन्मों के पुण्य पुंज के उदय होने से ही संभव होता है उन्होंने कहा कि जा पर कृपा राम की होई ता पर कृपा करें सब कोई प्रेम से बोलिए जय श्री राम