इंतहा हो गई इंतजार की, नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों का धैर्य देने लगा जवाब
उत्तराखंड में निकाय चुनाव की जल्दी घोषणा होने की बाट जो रहे दावेदारों का धैर्य जवाब देने लगा है अधिकांश दावेदार निष्क्रिय हो गए हैं तो कुछ दावेदार इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि आखिर सीट का स्वरूप क्या होगा लिहाजा सीट के आधार पर ही इनकी समाज सेवा का पैमाना तय होगा उल्लेखनीय है कि नगर निकाय चुनाव को लेकर के संभावित दावेदार एक वर्ष से इंतजार कर रहे हैं नगर पंचायत के कार्यकाल के समाप्त होने के बाद प्रशासकों का कार्यकाल दो बार बढ़ चुका है यानी की 1 साल से ज्यादा समय अब हो चुका है बात लाल कुआं शहर की करें तो यहां दो दर्जन के लगभग नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार हैं इनमें से कुछ सामान्य सीट होने पर कुछ ओबीसी कुछ अनुसूचित जाति तो कुछ महिला सामान्य अथवा महिला अनुसूचित जाति आरक्षित कैडर के हैं कुल मिलाकर संभावित दावेदारों में से कइयों तो पूर्व में जबर्दस्त सक्रियता दिखाते हुए काफी पसीना बहा दिया उनकी उपस्थिति छोटे से लेकर बड़े कार्यक्रम में बेहद दर्शनीय बनी रहती थी लेकिन चुनाव कब होंगे इस पर पूरी तरह से तस्वीर साफ नहीं होने पर अधिकांश दावेदारों ने अपनी सक्रियता को अब कम कर दिया है कई तो निष्क्रिय से हो गए है हालांकि कुछ संभावित दावेदार ऐसे जरूर हैं जिनकी सामाजिक सक्रियता वर्ष पर्यंत बनी रहती है अर्थात उनके लिए राजनीतिक एवं सामाजिक दृष्टि से कभी ऑफ सीजन नहीं रहता है ऐसे संभावित दावेदार जरूर कहीं ना कहीं अपनी भूमिका निभाते हुए देखे जा रहे हैं