दहेज रहित विवाह संपन्न कराकर सत्य साधक ने पेश की अनूठी मिसाल

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महापुरुष की क्या पहचान कथनी करनी एक समान जी हां अक्सर लोगों की कथनी और करनी में अंतर होता है लेकिन जो महापुरुष होते हैं या विलक्षण प्रतिभा के धनी होते हैं उनकी कथनी और करनी में समानता होती है उनके संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता है भले ही धरती और आकाश अपनी स्थिति बदल दें या सूर्य पूर्व की बजाय पश्चिम से उदय होने लग जाए मगर जो महापुरुष होते हैं वह अपने संकल्प पर अपने इरादे पर अटल होते हैं और इसे साबित किया मां बगलामुखी के अनन्य भक्त सत्य साधक बृजेंद्र पांडे गुरु जी ने ,तमाम प्रकार की सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जन चेतना जगाने वाले सत्य साधक बृजेंद्र पांडे गुरु जी मां बगलामुखी जिन्हें मां पीतांबरी भी कहा जाता है उसके परम भक्त हैं और अध्यात्म के द्वारा मनुष्य को सन्मार्ग का पथ दिखा रहे हैं तमाम प्रकार की सामाजिक कुरीतियों में से एक दहेज प्रथा को भी बृजेंद्र पांडे गुरु जी बेहद घातक मानते हैं और उन्होंने दहेज रहित विवाह का जन-जन को संदेश दिया और जब मौका उनके बेटे के विवाह का आया तो उन्होंने कन्या पक्ष के लोगों के सामने एक शर्त रखी और वह शर्त भी ऐसी कि काफी गंभीरता के साथ जब वे अपनी बात को शुरू कर रहे थे तो लोगों ने सोचा की पता नहीं कौन सी ऐसी शर्त होगी लेकिन जब उन्होंने शर्त रखी तो लोग उनकी भूरी भूरी प्रशंसा करने लगे जो शर्त रखी गई वह यह थी कि वह किसी भी प्रकार का कोई भी दहेज नहीं लेंगे और दहेज देने की कोई चेष्टा भी ना की जाए अगर ऐसा होता है तो फिर यह शर्त का उल्लंघन माना जाएगा

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मौका था सत्य साधक बृजेंद्र पांडे के यशस्वी पुत्र कुलदीप पांडे तथा बहराइच के धरसवा गांव के मदन गोपाल पांडे एवं श्रीमती सत्य विजय पांडे की पुत्री दुर्गेश्वरी पांडे के विवाह अवसर का इस विवाह समारोह में बृजेंद्र पांडे गुरु जी की प्रतिष्ठा एवं सम्मान के चलते हजारों की संख्या में लोग वर वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा देश के अनेक प्रांतो के लोग भी शामिल हुए अनेक वीआईपी लोग भी वर वधु को आशीर्वाद देने के साथ-साथ मां बगलामुखी के अनन्य साधक बृजेंद्र पांडे गुरु जी का आशीर्वाद देने के लिए भी पहुंचे हुए थे अपनी चिर परिचित शैली में सत्य साधक बृजेंद्र पांडे गुरु जी ने सभी को आशीर्वाद दिया सभी के मंगल मय जीवन की कामना की इस दहेज रहित विवाह में शामिल लोगों ने सत्य साधक के संकल्प की सराहना करी और बहुतों ने तो इसे अपने जीवन में उतारने का भी संकल्प लिया बृजेंद्र पांडे गुरु जी का कहना है कि दहेज प्रथा एक बहुत बड़ा अभिशाप है और इसका पूरी तरह से समापन होना चाहिए क्योंकि बहू के रूप में एक साक्षात लक्ष्मी का घर में आगमन होता है और जब साक्षात लक्ष्मी का प्रवेश घर में हो जाए तो फिर मनुष्य को किसी भी प्रकार की अभिलाषा नहीं करनी चाहिए इस अवसर पर आए हुए लोगों ने नव दंपति को आशीर्वाद दिया और इस दहेज रहित विवाह को अपने जीवन का ऐतिहासिक पल बताया

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