85 वर्षीय साहित्यकार आशा शैली ने कर दिया कमाल
कहते हैं उम्र प्रतिभा की मोहताज नहीं होती यदि जीवन में कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो प्रतिभा उम्र पर भारी पड़ती है ऐसा उदाहरण दिया है बिंदुखत्ता निवासी तीलू रौतेली अवार्ड से सम्मानित 85 वर्षीय साहित्यकार आशा शैली ने उन्हें जबलपुर में कादंबरी सम्मान प्रदान करते हुए ₹5000 के नगद राशि तथा प्रशस्ति पत्र दिया गया है
उल्लेखनीय है कि आशा शैली जानी-मानी साहित्यकार एवं कवित्री है जो उत्तराखंड के अलावा देश के अनेक राज्यों में अपनी रचना अपने साहित्य अपने काव्य के लिए जानी जाती हैं पूर्व में उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उन्हें तीलू रौतेली पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था इधर आशा शैली को सम्मानित किए जाने पर सांसद अजय भट्ट विधायक डॉ मोहन बिष्ट पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता बीना जोशी लालकुआं के विकास पुरुष रामबाबू मिश्रा पूर्व चेयरमैन पवन चौहान राधेश्याम यादव डॉक्टर पाल डॉक्टर राजकुमार सेतिया पंकज बत्रा सुभाष नागर शिक्षाविद एवं सामाजिक कार्यकर्ता बसंत पांडे आदि ने शुभकामनाएं दी है