विश्व शरणार्थी दिवस पर आचार्य प्रकाश बहुगुणा का आलेख

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।। विश्व शरणार्थी दिवस ।।
हिंदू शरणार्थियों के प्रति आध्यात्मिक एकजुटता

20 जून को मनाया जाने वाला विश्व शरणार्थी दिवस हमें उन लाखों लोगों की पीड़ा, साहस और आशा की कहानियों की याद दिलाता है, जो युद्ध, उत्पीड़न और संकट के कारण अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हुए। भारत, जो हमेशा से “वसुधैव कुटुंबकम” ( विश्व एक परिवार है ) की भावना को अपनाता रहा है, हिंदू शरणार्थियों सहित अनगिनत लोगों के लिए एक सुरक्षित आश्रय रहा है। ये शरणार्थी, चाहे वे बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान या अन्य क्षेत्रों से आए हों, न केवल अपनी जड़ों से उखड़कर आए हैं, बल्कि अपने साथ आध्यात्मिक शक्ति और विश्वास की एक गहरी विरासत भी लाए हैं।
हिंदू दर्शन में, आत्मा को अनंत और अजर-अमर माना जाता है। भगवद्गीता कहती है, “न जायते म्रियते वा कदाचिन्”—आत्मा न कभी जन्म लेती है, न मरती है। यह सत्य है कि हिंदू समाज शरणार्थियों के जीवन में एक गहरी प्रेरणा देता है। भले ही वे भौतिक रूप से अपने घर, जमीन और पहचान खो चुके हों, उनकी आध्यात्मिक पहचान—सनातन धर्म की वह ज्योति—अटल रहती है। भारत में आकर, वे माँ भारती की गोद में न केवल शरण पाते हैं, बल्कि अपने धर्म, संस्कृति और मूल्यों को जीवित रखने का एक नया अवसर भी पाते हैं।
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, शरणार्थी जीवन एक तपस्या के समान है। जैसे एक साधक कठिनाइयों से गुजरकर अपनी आत्मा को शुद्ध करता है, वैसे ही हिंदू शरणार्थी अपने संघर्षों के माध्यम से धैर्य, सहनशीलता और विश्वास की मिसाल बनते हैं। भारत, जो कर्मभूमि और मोक्षभूमि है, उन्हें नई शुरुआत का अवसर देता है। यहाँ के मंदिर, सत्संग और सांस्कृतिक उत्सव उनके लिए केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि अपनी जड़ों से जुड़ने का एक जीवंत माध्यम हैं।
विश्व शरणार्थी दिवस पर, हमें उनके प्रति करुणा और एकजुटता दिखानी चाहिए। हिंदू दर्शन हमें सिखाता है कि हर प्राणी में ईश्वर का अंश है। इसलिए, इन शरणार्थियों की सहायता करना, उन्हें सम्मान और स्वीकार्यता देना, न केवल मानवीय कर्तव्य है, बल्कि एक आध्यात्मिक कर्म भी है। आइए, हम प्रार्थना करें कि उनकी यात्रा में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उत्थान हो। “सर्वं विश्वेन संनातनी”—सब कुछ विश्व के साथ संनातनी है। उनकी कहानी हमें याद दिलाती है कि एकजुटता और प्रेम ही वह शक्ति है, जो संसार को एक परिवार बनाती है।

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आज का दिन शुभ मंगलमय हो।

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