आरोप: तथाकथित महामंडलेश्वर ने फैलाई झूठी खबर, जागेश्वर में 21 को मनाई दिवाली, विद्वान आचार्य ने वीडियो जारी कर किया झूठ का पर्दाफाश

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उत्तराखंड के प्रमुख पंचांगकार डॉक्टर रमेश जोशी ने कथित महामंडलेश्वर के झूठ को बेनकाब करते हुए अफसोस व्यक्त किया है कि इस प्रकार के लोग हमारी संस्कृति के संग खिलवाड़ कर रहे हैं सोशल मीडिया में जारी संदेश में डॉक्टर रमेश चंद्र जोशी जी ने कहा कि खुद को महामंडलेश्वर कहलाने वाले कैलासानंद ने जागेश्वर में 20 अक्टूबर को दीपावली होने की खबर अखबार में छपवाई डॉ रमेश चंद्र जोशी आचार्य जी ने कहा कि उन्होंने खुद के पंचांग एवं अनेक विद्वानों द्वारा लिखित पंचांग के आधार पर निर्णय लिया कि दीपावली 21 अक्टूबर को मनाई जाएगी हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह महामंडलेश्वर सन्यासी का सम्मान करते हैं लेकिन उन्हें तब अफसोस हुआ जब दूसरे दिन उनके पास एक नहीं अनेक फोन आए लोगों ने बताया कि यह कैलाशानंद कोई महामंडलेश्वर अथवा सन्यासी नहीं है यह गृहस्थी है और हल्द्वानी में भी रहता है उन्होंने बताया कि जागेश्वर धाम में 21 अक्टूबर को दीपावली मनाई गई थी और वहां 108 मंदिरों के 108 पुजारी हैं सभी ने एक स्वर में कहा कि 21 अक्टूबर को ही दिवाली है डॉ रमेश चंद्र जोशी जी आचार्य ने कहा कि उन्हें बेहद अफसोस हुआ कि उन्होंने तथाकथित महामंडलेश्वर पर विश्वास कर उसे महामंडलेश्वर एवं सन्यासी समझ लिया और उसका सम्मान किया लेकिन वह अपने शब्द वापस करते हैं वह ऐसे लोगों का कतई सम्मान नहीं करते हैं उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रम फैलाने वाले लोग देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति के रक्षक कदापि नहीं हो सकते हैं और वह अब ऐसे भ्रम की स्थिति पैदा करने करने वाले लोगों को चिन्हित कर रहे हैं