देवभूमि दर्शन: जय बिंदेश्वर महादेव

आस्था का देवालय जहां विराजते हैं बिंदेश्वर महादेव
आध्यात्मिक चेतना का प्रमुख केंद्र बना श्री हंस प्रेम योग आश्रम
सेवा सुमिरन साधना की त्रिवेणी से सराबोर श्री हंस प्रेम योग आश्रम अध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है वर्ष 1960 के करीब जनपद नैनीताल के सीमांत गांव बिंदुखत्ता में स्थापित श्री हंस प्रेम योग आश्रम की स्थापना परम संत महायोगी हंस जी महाराज जी के परम शिष्य महात्मा परमानंद द्वारा की गई हालांकि पुराने जानकार लोगों के मुताबिक यहां वर्ष 1932 के आसपास परम संत योगी राज हंस जी महाराज जी का पदार्पण हुआ और उन्होंने यह अल्प प्रवास भी किया बताते हैं कि उस दौरान वे मानव धर्म के प्रचार प्रसार में भ्रमण पर निकले थे इस स्थान पर जगत जननी माता राजराजेश्वरी द्वारा शिवालय बनाया गया जिसे बिंदेश्वर महादेव मंदिर नाम दिया गया धर्म एवं अध्यात्म की अलख जगाता यह आश्रम आत्मतत्व के अनुभवी संत महात्माओं की तपोस्थली भी है यहां व्यक्ति को उसके वास्तविक जीवन का बोध कराने वाला ज्ञान प्रदान किया जाता है एक ऐसा ज्ञान जो व्यक्ति को श्रेष्ठ मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है आध्यात्मिक के साथ-साथ इस मंदिर का नैसर्गिक सौंदर्य भी देखते ही बनता है विशाल भूभाग पर स्थित आश्रम हर आने जाने वाले व्यक्ति का मन मोह लेने में पूरी तरह सक्षम है यहां शिवरात्रि महोत्सव हर वर्ष धूमधाम से मनाया जाता है जो कुमाऊं के सबसे बड़े पर्व के रूप में विख्यात रहा है जब इस आश्रम की स्थापना की गई तब यह आश्रम तथा आसपास का संपूर्ण क्षेत्र घनघोर जंगल के रूप में था कालांतर में आश्रम के आसपास धीरे-धीरे बसावत का दौर शुरू होता चला गया आश्रम परिसर में वर्तमान में श्री हंस बैकुंठ धाम गौशाला के अलावा प्रवचन हॉल भी है जहां बिजली पानी की समुचित व्यवस्था की गई है मंदिर परिसर में ही बिंदेश्वर महादेव मंदिर का अब जीर्णोद्धार एवं सुंदरीकरण भी कराया जा चुका है इसकी भव्यता एवं दिव्यता देखते ही बनती है वर्ष भर प्रत्येक दिन यहां आध्यात्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं महाशिवरात्रि पर्व के अलावा यहां श्री कृष्ण जन्माष्टमी हंस जयंती महोत्सव एवं सदगुरुदेव श्री सतपाल महाराज जी का पवन जन्मोत्सव इत्यादि कार्यक्रम भी धूमधाम से मनाए जाते हैं वर्तमान में मानव उत्थान सेवा समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव महात्मा सत्यबोधानंद जी के मार्गदर्शन में श्री हंस प्रेम योग आश्रम एवं यहां स्थित बिंदेश्वर महादेव मंदिर दिन पर दिन ख्याति अर्जित कर रहे हैं वर्तमान समय में युवा संत महात्मा आलोकनंद जी एवं महात्मा मानसानंद जी यहां की व्यवस्थाओं का बखूबी संचालन कर रहे हैं मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा संचालित आश्रम में सामाजिक एवं रचनात्मक कार्यों को भी बढ़ावा दिया जाता है प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को विवेकानंद जयंती पर असहाय एवं निर्धन लोगों को आवश्यक वस्तु वस्त्र राशन इत्यादि भी भेंट किए जाते हैं इसके अलावा समय-समय पर यहां निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का भी आयोजन कराया जाता है आध्यात्मिक चेतना के संवाहक बने इस आश्रम में मां राजेश्वरी श्री हंस मंदिर श्रद्धा एवं भक्ति से ओत-प्रोत होने के साथ-साथ अत्यंत दर्शनीय भी है आश्रम परिसर में जगह-जगह लिखे गए वेद वाक्य व्यक्ति को उसके जीवन का वास्तविक वोध कराते दिखाई देते हैं
