जमरानी नहर को लेकर हल्दूचौड़ में नाराजगी
जमरानी बांध परियोजना की लापरवाही से बीमारी का खतरा!
हल्दूचौड़ में मुख्य चौराहे पर पेयजल लाइन से रिसाव बना संक्रमण का अड्डा, लोगों में बढ़ी नाराज़गी।
हल्दूचौड़।
एक ओर सरकार जमरानी बांध परियोजना को विकास की लाइफ लाइन बता रही है, तो दूसरी ओर इसी परियोजना के अधूरे और लापरवाही भरे कार्य अब जनस्वास्थ्य के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। हल्दूचौड़ मुख्य चौराहे पर पंचायत घर जग्गीबंगर और आदर्श प्रेस क्लब के सामने बन रही नहर के पास पेयजल लाइन से लगातार हो रहा रिसाव अब एक बड़े तालाब का रूप ले चुका है। इस गंदे पानी ने कीड़े-मकोड़ों और मच्छरों का घर बना लिया है, जिससे क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया और अन्य जलजनित बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
स्थानीय व्यापारियों और क्षेत्रवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की शिकायत ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों से की, लेकिन नतीजा सिफर रहा।
“ठेकेदार सिर्फ बिल पास कराने में रुचि दिखाता है, काम की गुणवत्ता से उसका कोई लेना-देना नहीं,” यह कहना है एक परेशान व्यापारी का, जो रोजाना रिसते पानी से उठने वाली दुर्गंध और गंदगी से त्रस्त है।
व्यापार मंडल और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने इस गंभीर लापरवाही पर सख्त नाराज़गी जताई है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही लीकेज की मरम्मत, गंदे पानी की निकासी और मच्छर नाशी छिड़काव जैसी कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
इस संबंध में जब कार्यदाई संस्था के ठेकेदार से बात की गई तो उन्होंने सफाई दी कि “जब तक नहर का कार्य पूर्ण नहीं होता, तब तक रिसाव की समस्या को पूरी तरह ठीक करना संभव नहीं है।”
वहीं, उप जिलाधिकारी रेखा कोहली ने मामले को गंभीर मानते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही। उन्होंने कहा कि परियोजना से जुड़े जिम्मेदार अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
क्षेत्रवासियों की मांग है कि प्रशासन तुरंत रिसाव स्थल की मरम्मत कराए, जमा पानी की निकासी करवाए और क्षेत्र में फॉगिंग व छिड़काव की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करे।
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