यहां यूं बर्बाद हो जाता है बेशकीमती जीवन का अनमोल समय

मानव जीवन को बेहद दुर्लभ माना जाता है 84 लाख योनियों में भटकने के बाद यह मानव तन मिलता है रामचरितमानस में बाबा गोस्वामी दास लिखते हैं कि बड़े भाग्य मानुष तन पावा सुर दुर्लभ सब ग्रंथन गावा भावार्थ यही है कि ईश्वरी कृपा से मानव शरीर मिला है तो हर क्षण हर पल इसका सही उपयोग होना चाहिए लेकिन लाल कुआं में किस प्रकार से लोगों का दुर्लभ जीवन बर्बाद हो रहा है इसकी वानगी देखिए लाल कआं में जाम के झाम से हर कोई परेशान है

गौला रोड मार्ग पर रेलवे फाटक के अक्सर बंद रहने से जाम की स्थिति अत्यंत विकराल हो जाती है और जब चिलचिलाती धूप में जाम लगा हो तो जाम में फंसे लोगों के लिए किसी बड़ी आफत से कम नहीं है अक्सर रेलवे फाटक बंद ही रहता है और इस मार्ग से गुजरने वालों की जिंदगी का बहुत बड़ा समय इस रेलवे फाटक के जाम पर बर्बाद हो जाता है रेलवे फाटक पर लग रहे जाम व उससे होने वाली परेशानियों से स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पूरी तरह से अवगत है लेकिन उन्होंने अब तक इस गंभीर बीमारी को नजर अंदाज कर रखा है बहरहाल रेलवे फाटक पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए ठोस उपाय किए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है
