लगातार 1100 श्रीमद् भागवत मूल पाठ का आयोजन कर यह बना देश का पहला गौधाम

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श्रील नित्यानंद पाद आश्रम गौधाम हल्दूचौड़ जहां गौवंश संरक्षण एवं संवर्धन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और आज यह जनपद का ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के लोगों के लिए एक नजीर बन चुका है कि यदि कुछ करने का जज्बा हो तो बड़े से बड़ा काम भी आसानी से किया जा सकता है गौधाम ने हजारों निराश्रित गौ वंश को संरक्षण देकर इसे साबित भी किया है लेकिन इससे हटकर गौधाम ने एक और दूसरा सराहनीय कार्य भी किया है वह भी हम आपको बताने जा रहे हैं आश्रम के व्यवस्थापक स्वामी रामेश्वर दास जो वर्तमान में बद्रीनाथ धाम प्रवास पर है और तीर्थ यात्रियों के लिए भंडारा प्रसाद की व्यवस्था उपलब्ध करा रहे हैं वर्ष 2022 में उनके मन में संकल्प आया कि गौ सेवा के साथ-साथ लोगों के मन में धर्म के प्रति भी आस्था को और गहरा किया जाए क्योंकि धर्म एवं आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति ही गौ सेवा के महत्व को और उसके मर्म को समझ सकता है उन्होंने श्याम सुंदर मुरली मनोहर के कलिकाल के वांग्मय स्वरूप श्रीमद् भागवत की वंदना का बीड़ा उठाया वह भी एक-दो दिन का नहीं वरन उन्होंने 1100 लगातार श्रीमद् भागवत के मूल पाठ का ऐलान किया और 4 सितंबर 2022 को यह सिलसिला शुरू हुआ जो अब तक लगातार जारी है और एक मूल पाठ के पूरा होने में लगभग दो से तीन दिन का समय लगता है इस हिसाब से 1100 मूल पाठ 2200 से 3300 के बीच मोटे हनुमान के तहत लगभग 2500 दिन में पूरा होने की उम्मीद है इस लिहाज से यह क्रम लगभग 7 वर्ष तक चलने की उम्मीद है अर्थात 4 सितंबर 2022 से शुरू किया गया श्रीमद् भागवत के मूल पाठ का क्रम 2029 तक चलता रहेगा जब कभी भी आप इस दिव्य आश्रम के दर्शन करें तो आपके कानों में विद्वान आचार्य की मधुर वाणी से भागवत की महिमा के गूंजते स्वर आपको उस आनंद के अनुभूति प्राप्त करा देंगे जो आत्मा से परमात्मा को जोड़ने का कार्य करती है यदि आप इस दिव्य आश्रम के दर्शन करना चाहे तो जनपद नैनीताल के हल्दूचौड़ नामक स्थान से नया बाजार गौला रोड को चलकर लगभग 3 किलोमीटर की दूरी तय कर दाहिने हाथ पर करीब 100 मीटर आगे यह दिव्य आश्रम बना हुआ है जहां हजारों गोवंश के साथ भव्य तुलसी माता मंदिर राधा कृष्ण धाम और गौधाम के मूल द्वार से आपको मूल पाठ का सुंदर आयोजन देखने को सुनने को मिल जाएगा
प्रेम से बोलिए हरे कृष्णा

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