श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का केंद्र है बिंदुखत्ता स्थित मां हाट काली दरबार

जगत जननी जगदंबा के नौ स्वरूपों की पूजा का महापर्व नवरात्रि पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है जगह-जगह श्रीमद् भागवत श्रीमद् देवी भागवत राम कथा सत्संग इत्यादि कार्यक्रम जोर शोर से चल रहे हैं ऐसे में क्षेत्र के प्रमुख शक्तिपीठों का वर्णन करना भी धर्म प्रेमियों के लिए आवश्यक हो जाता है इसी क्रम में आज हम आपको जनपद नैनीताल के बिंदुखत्ता में स्थित हाट कालिका मंदिर की महिमा का वर्णन कराने का प्रयास कर रहे है उत्तराखंड में शक्ति स्वरूपा काली के अनेक प्रमुख शक्तिपीठ हैं मुख्य रूप से गंगोलीहाट की महाकाली जनपद बागेश्वर की भद्रकाली काली मठ गढ़वाल की महाकाली कालीचौड़ महाकाली दरबार बिंदुखत्ता गांधीनगर स्थित हाट कालिका दरबार सिद्ध शक्ति स्थल के रूप में विराजमान है इस मंदिर की स्थापना स्थानीय श्रद्धालुओं द्वारा गंगोलीहाट स्थित मां काली दरबार से दीप ज्योति प्रज्ज्वलित कर यहां स्थापित की गई थी तभी से मंदिर स्थानीय श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है बड़ी संख्या में लोग अपनी आराध्य देवी का स्मरण कर परम सुख शांति और ऐश्वर्य को प्राप्त करते हैं मां काली का यह दरबार हर आने जाने वाले भक्त का मन मोहने लेने में पूरी तरह सक्षम है दरबार पर लगे सैकड़ो वर्ष पुराने बरगद की छांव में बैठकर यहां अलौकिक शांति की प्राप्ति होती है यहां सच्चे मन से की गई पूजा कभी निष्फल नहीं जाती है और मनुष्य को वह सब प्राप्त हो जाता है जो उसके जीवन के लिए परम आवश्यक है मां काली के दरबार में वैसे तो हर वर्ष हर दिन भक्तों की आवाजाही रहती है लेकिन बसंत एवं शरद के नवरात्र के दौरान यहां की आभा देखते ही बनती है या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम :
