लालकुआं में मानव उत्थान सेवा समिति ने किया सत्संग का आयोजन

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मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा यहां लालकुआं वार्ड नंबर तीन में आयोजित सत्संग में संत महात्माओं ने बताया कि सत्संग का एक पल स्वर्ग और मोक्ष के सुख से भी बढ़कर होता है अतः जहां कहीं भी सत्संग का शुभ अवसर मिले उस मौके को बिल्कुल भी नहीं गवाना चाहिए नगर के वार्ड नंबर 3 जवाहर नगर में आयोजित सत्संग में संत महात्माओं ने कहा कि वैसे तो सत्संग कभी भी किसी भी समय हर समय का ही कल्याणकारी होता है लेकिन पूर्णिमा के पावन अवसर पर इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है

संत महात्माओं ने बताया की सत्संगत मुद मंगल मूला सोई फल सिद्धि सब साधन फूला अर्थात समस्त धर्म ग्रंथ वेद पुराणों का सार सत्संग ही है और वह ही समस्त प्रकार के कल्याण एवं आनंद का मूल स्रोत है क्योंकि सत्संग से व्यक्ति में विवेक जागृत होता है और विवेकशील व्यक्ति अहंकार जनित रोगों से हमेशा के लिए मुक्त हो जाता है सत्संग से मनुष्य को उसके वास्तविक उद्देश्य का पता चलता है और जब मनुष्य अपना वास्तविक उद्देश्य जान लेता है तो फिर वह जन्म मरण के चक्र से हमेशा के लिए मुक्त हो जाता है इस दौरान संत महात्माओं ने 15 फरवरी को श्री हंस प्रेम योग आश्रम संजय नगर बिंदुखत्ता में होने वाले शिवरात्रि महा महोत्सव के संबंध में भी जानकारी दी और बताया कि अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संत सदगुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज एवं अन्य दिव्य महान विभूतियों का भी उस अवसर पर आगमन सुनिश्चित हुआ है यहां मुख्य रूप से महात्मा आलोकानंद जी मर्यादा बाई जी गुंजन बाई जी के अलावा मुख्य यजमान गणेश उप्रेती , श्रीमती नंदी उप्रेती मधु ,अग्रवाल गोविंदी देवी, माला देवी, वंशिका सिमरन स्वामीनाथ पंडित समेत अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे

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