उत्तराखंड के तीन प्रमुख देवगुरु बृहस्पति के मंदिरों में से एक इस दरबार की है अनूठी विशेषता
अंगिरा ऋषि के पुत्र देव गुरु बृहस्पति के उत्तराखंड में प्रमुख तीन स्थल माने जाते हैं देवगुरु बृहस्पति को बुद्धि ज्ञान दिव्यता वंश वृद्धि और धर्म का प्रतीक माना जाता है विद्वान आचार्य तल्ली हल्द्वानी निवासी प्रकाश बहुगुणा बताते हैं कि देवगुरु बृहस्पति के तीन प्रमुख स्थल कश्यप पर्वत काशीपुर क्षेत्र प्राचीन ज्योतिष शोध स्थल में है दूसरा बद्रीनाथ क्षेत्र में व्यास गुफा के समीप है और तीसरा एवं सबसे महत्वपूर्ण जनपद नैनीताल के ओखलकांडा क्षेत्र में पिंडी रूप में स्थित है आचार्य प्रकाश बहुगुणा ओखलकांडा क्षेत्र स्थित देव गुरु बृहस्पति मंदिर के संदर्भ में बताते हैं कि जनपद नैनीताल के ओखलकांडा विकासखंड की ऊंची चोटी पर स्थित देव गुरु दरबार की ऊंचाई समुद्र सतह से 8000 फिट है वह बताते हैं कि इसके आसपास के गांव में कोटली करायल देवली पुटपुड़ी तुषराड़ आदि हैं जिनकी दूरी क्रमशः पांच किमी सात किमी ,4 किमी, 5 किमी व 6 किमी के लगभग है इस दुर्लभ देव दरबार में कैसे पहुंचा जाए इस संदर्भ में आचार्य प्रकाश बहुगुणा बताते हैं कि इस स्थान तक पहुंचने के लिए धानाचूली से ओखलकांडा व करायल होते हुए लंबा पैदल मार्ग तय कर पहुंचा जा सकता है एक अन्य मार्ग ओखलकांडा से करायल देवली व देवली से पैदल चलकर देवगुरु बृहस्पति मंदिर के दर्शन किए जा सकते हैं

धानाचूली से पहाड़ पानी होते हुए शहरफाटक को पार कर भीड़ापानी नाई कोटली होकर भी लोग यहां आते हैं लेकिन यह रास्ता काफी लंबा व जटिल है देवगुरु बृहस्पति मंदिर की सौंदर्यता पर प्रकाश डालते हुए आचार्य बहुगुणा बताते हैं कि इसके एक और मां बाराही का ज्वलंत दरबार तो दूसरी ओर पर्वत श्रृंखलाओं में अनेक धार्मिक धरोहरों की भरमार है वे जानकारी देते हुए बताते हैं कि इस देव दरबार में स्त्रियों का प्रवेश वर्जित है आखिर क्यों इस पर एक दंत कथा का जिक्र करते हुए कहते हैं कि पहले यहां पूजा का दायित्व स्त्री ही संभालती थी एक बार एक पुजारिन पूजा की तैयारी में बैठी थी और खीर तैयार कर देव गुरु बृहस्पति को भोग लगाने की तैयारी कर रही थी इस बीच मौसम खराब हो गया जिससे पुजारी की अधीरता बढ़ने लगी और उसने आनन फानन में गर्म खीर देव गुरु को समर्पित कर दी गरम खीर के पढ़ते ही पिंडी फट गई और क्रोधित देव गुरु ने उसी दिन से नाराज होकर स्त्रियों को पूजा के अधिकार से वंचित कर दिया तब से यहां स्त्रियों के मंदिर दर्शन एवं पूजन पर प्रतिबंध है
हल्दूचौड़ में यूसीसी पर गोष्ठी का आयोजन
दीपक भारती बने उत्तराखंड क्रांति दल के लालकुआं विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष
जनहित से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर डीएम से मिलीं ग्राम प्रधान रुक्मणी नेगी
संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को दी श्रद्धांजलि