राजस्व गांव: भाजपा पर लगाया जनता को गुमराह करने का आरोप
प्रेस बयान
25 दिसंबर
- मुख्यमंत्री द्वारा बिंदुखत्ता राजस्व गांव की घोषणा विलोपित करने के बाद भी एक साल से भाजपाई जनता को कर रहे गुमराह
- बिंदुखत्ता वासियों के साथ भाजपा सरकार का एक और छल
- पहले वनाधिकार पर झूठ बोला, अब राजस्व गांव की घोषणा विलोपित : मुख्यमंत्री और विधायक हैं जिम्मेदार
- भाजपा वन भूमि पर बसी हुई आबादी को उजाड़ने पर आमादा, जनता के पास संघर्ष ही एकमात्र विकल्प : डॉ कैलाश पाण्डेय
बिंदुखत्ता वासियों के साथ भाजपा सरकार ने एक बार फिर से छल करते बिंदुखत्ता को राजस्व गांव की प्रक्रिया से दूर धकेल दिया है. पिछले साल सितंबर 2024 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बिंदुखत्ता राजस्व गांव की घोषणा को विलोपित करने के बाद एक साल से भी अधिक समय बीत चुका है लेकिन इसके विपरीत भाजपा और विधायक जल्दी ही राजस्व गांव बनाने का दावा करके जनता को गुमराह करते रहे. यह न सिर्फ जनता से वादाखिलाफी है बल्कि भाजपा सरकार और विधायक का जनता के खिलाफ आपराधिक कृत्य है. भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय ने प्रेस बयान जारी कर यह बात कही.
उन्होंने कहा कि, भाजपा की 2014 से ही हर मुद्दे पर जुमलेबाजी चल रही है. राज्य की भाजपा सरकार और लालकुआं विधायक ने पहले अपनी जुमलेबाजी में कहा कि वनाधिकार के दावे पारित करा दिए अब तो राजस्व गांव में कोई बाधा नहीं है, वनाधिकार के झूठ का जाप करके यहां की जनता को भ्रमित किया, जबकि वनाधिकार के तहत बिंदुखत्ता दायरे में नहीं आता. उसके बाद वनाधिकार के दावे वापस करा दिए गए. अब राजस्व गांव की घोषणा विलोपित करने की खबर आ रही है. बिंदुखत्ता की जनता से की गई इस धोखाधड़ी के लिए मुख्यमंत्री और विधायक जिम्मेदार हैं उनको इसका जनता को जवाब देना चाहिए.
माले जिला सचिव ने कहा कि, राज्य की धामी सरकार दशकों से वन भूमि पर बसी हुई आबादी को उजाड़ने की लगातार फ़िराक़ में है. इसी क्रम में भाजपा ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से उत्तराखण्ड की वन भूमि पर बसी आबादी की जमीन पर कब्जा हटाने का आदेश पारित कराया और अब यह जो बिंदुखत्ता राजस्व गांव की घोषणा विलोपित करने की खबर सामने आयी है उसने भाजपा के बिंदुखत्ता राजस्व गांव और वन भूमि पर बसे हुए लोगों के प्रति रुख को स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा वन भूमि पर बसी हुई आबादी को उजाड़ने पर आमादा है. ऐसे में बिंदुखत्ता की जनता के सामने इस जनविरोधी सरकार के विरुद्ध संघर्ष ही एकमात्र विकल्प है.
भाकपा माले बिंदुखत्ता, बागजाला, पुछड़ी, सुल्ताननगरी, सुंदरखाल, वन खत्तों समेत वन भूमि पर बसी हुई सारी आबादी से अपील करती है कि भाजपा के गरीब उजाड़ो बुलडोजर राज के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष तेज करें, तभी इस सरकार को घुटने पर लाया जा सकता है.
डॉ कैलाश पाण्डेय
जिला सचिव
भाकपा माले नैनीताल