विषय वासनाओं का समूल नाश करता है सत्संग
सत्संग संसार रूपी विषय वासनाओं का समन करता है और जब व्यक्ति के अंदर विषय वासनाओं का नाश हो जाता है तो उसे सन्मार्ग की प्राप्ति हो जाती है लेकिन सत्संग जीवन में तभी प्राप्त होता है जब व्यक्ति को जन्म-जन्मांतर के पुण्य पुंज फली भूत होते हैं और यह सब बिना गुरु की कृपा के संभव नहीं है उक्त उद्गार यहां उषा रूपक कॉलोनी हरी नगर कुसुमखेड़ा में मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित साप्ताहिक सत्संग में संत समाज ने व्यक्त किये पूज्य जीविका बाई विरक्ता बाई एवं गुंजन बाई ने सत्संग की महिमा का बखान करते हुए कहा कि

यह कलि काल का वह कल्पतरु है जिसकी छत्रछाया में बैठकर व्यक्ति को वह सब प्राप्त हो जाता है जो उसके जीवन के लिए परम कल्याणकारी है इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को सत्संग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि सत्संग वह ज्ञान का सरोवर है जिसे श्रवण करने के लिए स्वयं भोलेनाथ और माता पार्वती नीलगिरी पर्वत पर पक्षियों का रूप धरकर जाते थे

इस अवसर पर अनेक प्रेरक प्रसंग के माध्यम से उपस्थित प्रेमी जनों का ज्ञानवर्धन भी किया गया इस दौरान बताया गया कि हल्द्वानी में 16 दिसंबर मंगलवार को कैनाल कॉलोनी काली माई मंदिर तथा 18 दिसंबर बृहस्पतिवार को आरटीओ रोड स्थित श्रीमान कुंवर सिंह रौतेला जी के आवास पर सत्संग होगा
सावधान: इन स्थानों पर नहीं होता है लक्ष्मी का निवास