सत्य साधक के अनमोल वचन: अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान बनें

मां पीतांबरी के परम शिष्य बृजेंद्र पांडे गुरु जी ने कहा है कि समाज के जिम्मेदार लोगों को अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा के साथ करना होगा तभी यह भारत फिर से विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त करेगा उन्होंने कहा कि जब सच को सच कहने वाले लोग सामने आएंगे और समाज में व्याप्त बुराइयों के खिलाफ प्रखरता से अपनी आवाज रखेंगे तभी एक अच्छा वातावरण समाज में बनेगा उन्होंने कहा कि स्वार्थवश,भयवश या अन्य प्रयोजनों के देखते हुए जब सच को छुपाया जाता है या वास्तविकता पर पर्दा डाला जाता है तो इसके दूरगामी परिणाम बेहद कष्टदायक होते हैं और यह किसी भी परिवार समाज प्रदेश देश के लिए शुभ नहीं होता है बृजेंद्र पांडे गुरुजी ने रामचरितमानस के सुंदरकांड की एक चौपाई का वर्णन करते हुए कहा कि सचिव वैध गुरु तीन जन जो बोल्ही भय प्रिय आस,राज धर्म तनु तीन्ही होई वेगहि नाश,
अर्थात विद्वान को सलाहकार को जानकार को या जो भी समाज के उच्च पदों पर आसीन है जिम्मेदार हैं वह स्वार्थवश या भयवश सच पर पर्दा डालते हैं वे कहीं ना कहीं भविष्य के लिए संकट खड़ा करते हैं उन्होंने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए सही और गलत के अंतर को समझना चाहिए अपने अधिकारों के अलावा अपने कर्तव्यों के प्रति भी निष्ठावान होना चाहिए यही वास्तव में वर्तमान समय की नितांत आवश्यकता है
