सीएचसी हल्दूचौड़ में लगा शिलापट विवादों में
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे शिलापट को लेकर तरह-तरह की चर्चा होने लगी है पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र दुर्गापाल के प्रयासों से स्वीकृत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ 25 फरवरी 2024 को विधायक डॉ मोहन बिष्ट के कर कमलों द्वारा किया गया लगभग 8 करोड़ की लागत से बने आवासीय एवं अनावसीय भवनों के शुभारंभ पर लगाया गया शिलापट अब तरह-तरह के सवाल खड़े कर रहा है इसको लेकर के जहां जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला ने नाराजगी जताई है वही आरटीआई कार्यकर्ता गोविंद बल्लभ भट्ट समेत क्षेत्र वासियों ने भी गहरा रोष व्यक्त किया है नाराजगी इस बात को लेकर नहीं है कि शिलापट पर डॉक्टर मोहन बिष्ट का नाम लिखा गया है वरन नाराजगी इस बात को लेकर के हैं कि शिलापट पर मंडल अध्यक्ष दीपक बहुगुणा और बूथ अध्यक्ष कमल सिंह रौतेला का नाम लिखा गया है क्षेत्रवासी इसे गलत ठहरा रहे हैं
उनका कहना है कि मंडल अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष किस पार्टी के हैं यह भी शिलापट में नहीं लिखा गया है इससे भ्रम की स्थिति बनी है कि यह मंडल अध्यक्ष कहां के मंडल अध्यक्ष हैं क्योंकि मंडल अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष कोई जनता के द्वारा चुना गया पद नहीं होता है यह पार्टी विशेष द्वारा बनाए गए पद होते हैं और दूसरा नियमानुसार विधायक के साथ यदि इस प्रकार का कोई कार्य स्वीकृत होता है तो विधायक के साथ संबंधित क्षेत्र के शहरी होने पर सभासद या नगर पंचायत अध्यक्ष का नाम लिखा जाता है और ग्रामीण क्षेत्र होने पर उक्त क्षेत्र के ग्राम प्रधान का अथवा जिला पंचायत अध्यक्ष का नाम लिखा जा सकता है लेकिन इसमें ग्राम प्रधान को दरकिनार किया गया है और जिला पंचायत में प्रतिनिधित्व करने वाले कमलेश चंदोला का नाम भी नहीं लिखा गया है ग्रामीणों का कहना है कि यह स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मजाक बनाने जैसा कार्य है और इस महत्वपूर्ण शिलापट में इस प्रकार से नाम अंकित करना जन भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ है जिस शिलापट में जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी जैसे गरिमामय नाम लिखे गए हो वहां पर किसी मंडल अध्यक्ष का या फिर बूथ अध्यक्ष का नाम लिखा जाना कहां तक उचित है इसको लेकर के भी अब सवाल उठ रहे हैं फिलहाल यह शिलापट क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है देर सवेर इसको लेकर स्थानीय राजनीति में भूचाल आने की संभावना है