190 लावारिसों का दाह संस्कार कर चुके हैं ये समाजसेवक
दुनिया में हर तरह के इंसान है किन्हीं का पूरा जीवन अपने और अपने परिवार की जिम्मेदारियों में बीत जाता है तो कुछ ऐसे भी हैं जिनका मकसद सिर्फ परहित को लेकर होता है यह वह लोग होते हैं जो जाति धर्म मजहब से दूर इंसानियत के रिश्तों के लिए जीते हैं इतना ही नहीं इन्हें यह भी पता नहीं होता कि अमुक व्यक्ति कौन है बस अपना फर्ज निभाते हैं ऐसा ही सुंदर उदाहरण पेश कर रहे हैं हल्द्वानी निवासी प्रमुख सामाजिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया जो अब तक अपने साथियों की मदद से 190 लावारिसों का दाह संस्कार कर चुके हैं हेमंत गोनिया का मानना है कि सनातन धर्म में मान्यता है कि किसी का यदि अंतिम संस्कार पूरी तरह ना हो तो व्यक्ति की आत्मा भटकती रहती है बस उन्होंने तभी से मन में ठान लिया कि यदि उनकी नजर में कोई ऐसा मामला आएगा तो वह उसका अंतिम संस्कार करेंगे
अभी हाल ही में उन्होंने राजकीय मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी हाउस में 3 दिन से पड़े एक अज्ञात का रानी बाग विद्युत शवदाह गृह में अंतिम संस्कार कराया यह अज्ञात व्यक्ति पुलिस को रोडवेज बस अड्डे के सामने मरा मिला था जिसकी उम्र लगभग 45 वर्ष से बताई गई है हेमंत गोनिया ने समाज के लोगों से अपील करी है कि उन्हें इस काम के लिए जनता का भी सहयोग चाहिए जनता एंबुलेंस का किराया अथवा दाह संस्कार में आने वाला खर्च उन्हें देकर पुण्य की भागी बन सकती है हेमंत गोनिया ने बताया कि मदद करने वाले लोग उनसे 9897213226 पर संपर्क कर सकते हैं