ये भी सही, वे भी सही, इस संस्था ने किया एलान दोनों दिन मनाएंगे दीपावली
![](https://hanskripa.com/wp-content/uploads/2024/10/IMG-20241030-WA0010.jpg)
दीपावली पर्व की अनिश्चिता के बीच धर्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र की अग्रणीय संस्था गायत्री शक्तिपीठ में विद्वानों के अलग-अलग आ रहे मतों का सम्मान करते हुए दीपावली पर्व दो दिन मनाने का ऐलान किया है गायत्री शक्तिपीठ ने इस ऐलान के साथ 31 अक्टूबर और एक नवंबर को दीपावली पर्व मनाए जाने के अलग-अलग तर्कों का सम्मान किया है और दोनों ही दिन दीपावली उत्सव मनाने की घोषणा की है गायत्री शक्तिपीठ से जारी विज्ञप्ति अनुसार 31 अक्टूबर को अपराह्न 3:30 से गायत्री शक्तिपीठ में दीपयज्ञ दीपोत्सव का कार्यक्रम होगा जबकि 1 नवंबर को भी सायं 6:00 बजे से भी दीप यज्ञ अर्थात दीपोत्सव कार्यक्रम किया जाएगा उन्होंने स्थानीय श्रद्धालुओं से सुविधा अनुसार दीपोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लेने की अपील की है उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के ज्योतिषों ने दीपावली का पर्व 1 नवंबर को मनाया जाने का ऐलान किया है बकायदा पर्व निर्णय सभा ने इसका ऐलान भी किया है जबकि काशी के अधिकांश विद्वानों ने 31 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाया जाने को उचित ठहराया है बहरहाल 31अक्टूबर और एक नवंबर दोनों ही दिन अमावस की तिथि है इसको लेकर के विद्वानों ने अलग-अलग तर्क दिए हैं उत्तराखंड सरकार ने पूर्व में 1 नवंबर को अवकाश का शासनादेश जारी किया था लेकिन बाद में उत्तराखंड सरकार ने 31 अक्टूबर को राजकीय अवकाश घोषित किया है प्रख्यात ज्योतिष त्रिभुवन उप्रेती आचार्य महेश जोशी डॉ मंजू जोशी, अखिलेश चंद्र चमोला आदि विद्वानों ने 1 नवंबर को दीपावली पर्व मनाये जाने का ऐलान किया है
![](https://hanskripa.com/wp-content/uploads/2024/08/webtik-promo1.png)