अभाकिम का बागजाला में अनिश्चितकालीन धरना जारी

अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला द्वारा भूमि के मालिकाना अधिकार, मानसून सत्र में राजस्व गांव का प्रस्ताव पारित करने, जनता की पेयजल, सड़क, विकास कार्यों और निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने, जल जीवन मिशन योजना को शुरू करने, पंचायत प्रतिनिधि चुनने के अधिकार को बहाल करने जैसी मूलभूत नागरिक सुविधाओं की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दूसरे दिन भी जारी रहा।
धरने के दूसरे दिन के मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए ट्रेड यूनियन ऐक्टू के प्रदेश महामंत्री के के बोरा ने कहा कि, बिना संघर्ष के भाजपा राज में जनता को कोई अधिकार हासिल होना असंभव है।बागजाला के गरीबों को इस सरकार की गरीब उजाड़ो- बुलडोजर चलाओ नीति के खिलाफ लड़ते हुए ही अपना हक हासिल होगा। मजदूर किसान एकता के बल पर चलने वाला संघर्ष ही बागजाला वासियों के अधिकार हासिल करने की कुंजी है।
किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, पूरे राज्य में लगभग सड़सठ प्रतिशत आबादी वन भूमि, नजूल भूमि, कच्ची जमीनों पर बसी है। होना तो यह चाहिए था कि भाजपा की धामी सरकार इतनी बड़ी आबादी को मालिकाना अधिकार देती लेकिन यह सरकार बसाने वाली नहीं उजाड़ने वाली सरकार है। जिन जमीनों पर दशकों पूर्व से लोग बस चुके हैं उन जमीनों को पक्का करके लोगों को मालिकाना अधिकार दिया जाना चाहिए।
अध्यक्षीय भाषण में पूर्व शिक्षक प्रेम सिंह नयाल ने कहा कि, बागजाला में सभी लोगों ने मिलजुलकर लड़ने का फैसला लिया है। हम जाति धर्म में बांटने की हर कोशिश के खिलाफ अपनी एकता के बल पर इस आंदोलन को जीत तक पहुंचाएंगे।
धरने के माध्यम से गौलापार के खेड़ा गांव में विगत दिनों में 11 साल के बालक की नृशंस हत्या के मामले में बच्चे के परिजनों द्वारा उठाई जा रही सीबीआई जांच की मांग का किसान महासभा ने समर्थन किया और इस आशय का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन की 8 सूत्रीय मांगें:
- अतिक्रमण हटाने के नाम पर ग्रामीणों को दिये गये नोटिस रद्द करो !
- निर्माण कार्यों में लगी रोक खत्म करो !
- जल जीवन मिशन द्वारा हर घर नल, हर घर जल योजना के निर्माण में तोड़ी गई सड़कों की मरम्मत और कच्ची सड़कों का डामरीकरण या सीमेंट – कंक्रीट से पक्की सड़क का निर्माण करो !
- जल जीवन मिशन की रोकी गयी योजना हर घर नल, हर घर जल योजना को तत्काल शुरू करो !
- पंचायत चुनाव से बाहर किये गए बागजाला के ग्रामीणों को फिर से ग्राम पंचायत का अधिकार देकर मतदाता सूची में सूचीबद्ध करना सुनिश्चित करो !
- बागजाला के ग्रामीणों को जो जहाँ पर काबिज है वहीं मालिकाना हक देने के लिए विधानसभा से विधिवत प्रस्ताव पारित कर राजस्व गाँव का शीघ्रातिशीघ्र निर्माण करो !
- गोवंश संरक्षण अधिनियम के चलते गोवंश की बिक्री पर लगी रोक से पशुपालकों, किसानों, राहगीरों और सड़क दुर्घटनाओं में हो रहे जनधन के नुकसान को रोकने के लिए गोवंश की स्थितिनुसार सरकारी कीमत निर्धारित कर सरकारी खरीद पक्की करो !
- बागजाला समेत नैनीताल जिले में वन भूमि, नजूल भूमि पर बसे सभी लोगों को मालिकाना अधिकार दिया जाय।
धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन अध्यक्षता प्रेम सिंह नयाल ने और संचालन सचिव वेद प्रकाश ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से ट्रेड यूनियन ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा, किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी, भाकपा माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय, विमला देवी, हरिदित्ता सिंह, लीला देवी, भगवती गोस्वामी, कालू राम, परवेज अंसारी, दीवान सिंह बर्गली, मीना भट्ट, चौसला से समर्थन देने पहुंचे अरशद अली, चन्दन सिंह मटियाली, हरि गिरी, धनी राम आर्य, पूर्व सैनिक नारायण दत्त जोशी, ममता प्रजापति, इदरीस, जीवंती नयाल, नाजिम, सोहन लाल, प्रकाश राम, अंबा दत्त, नैन सिंह, श्याम सिंह, मोहन लाल, अफसर अली, हेमा देवी, ऊषा वर्मा, मिथिलेश, रेखा रानी, रूपा देवी, भुवन चन्द्र, चंद्रा देवी, दीवान सिंह आदि समेत बड़ी संख्या में बागजाला गांव के ग्रामीण शामिल रहे
