छलड़ी आखिर 15 को ही क्यों पढ़िए युवा ज्योतिष पंकज जोशी की राय

🌷#फाल्गुनशुक्लपक्षकेआगामीव्रतपर्व-🌷
🌷होलाष्टक प्रारम्भ -7 मार्च 24 गते फाल्गुन
🌷चीर बंधन,रंधारण ,ध्वजारोहण -9 मार्च
🌷आमलकी एकादशी व्रत -10 मार्च
🌷प्रदोष व्रत -11 मार्च
🌷होलिका दहन ,फाल्गुन माह मासांत -13 मार्च
🌷चैत्र मास प्रारंभ ,फूलदेई -14 मार्च चैत्र 1 गते
🌷होली ,छलडी,-15 मार्च
🌷#चीरबंधननिर्णय-दिनांक 10 मार्च को उदयव्यापिनी एकादशी भद्रायुक्त व 3 मुहूर्त न्यून होने से चीर बंधन ,रंगधारण दिनांक 9 मार्च को प्रातः 7 बजकर 45 मिनट के बाद करना ही शास्त्र सम्मत है ।
🌷#होलिकादहननिर्णय -दिनांक 13 मार्च को रात्रि 11 बजकर 27 मिनट तक भद्रा है अतः होलिका दहन रात्रि 11 बजकर 27 मिनट भद्रा समाप्ति के बाद ही करना शास्त्र सम्मत है ।
🌷#छलडीहोलीनिर्णय -14 मार्च को उदय व्यापिनी प्रतिपदा नहीं होने से क्योंकि उस दिन 12 बजकर 24 मिनट तक पूर्णिमा है जिस कारण होली ,छलडी 15 मार्च को उदयव्यापिनी प्रतिपदा में मनाना शास्त्र सम्मत है ।
