भगवान शिव की शरण में पहुंची मुस्लिम महिला, मांगा विधायकी का आशीर्वाद
चुनाव जीतने के लिए तरह-तरह के चुनाव प्रचार के साथ अलग-अलग तरीके भी अपनाए जाते हैं राजनीति में राजयोग का बहुत बड़ा महत्व है और इस राजयोग को प्रबल बनाने के लिए प्रत्याशी देव दरबार में भी जाते रहते हैं लेकिन कोई समुदाय विशेष का व्यक्ति यदि भोलेनाथ के दरबार में आराधना करने पहुंचे और जीत का आशीर्वाद लेने जाए तो जरूर इस पर चर्चा हो जाती है ऐसा ही मामला आया उत्तर प्रदेश के कानपुर के सीसामऊ विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र का जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने दीपावली पर वनखण्डेश्वर मंदिर में जाकर भगवान भोलेनाथ की आराधना की शिवलिंग पर जल चढ़ाया और दीपदान किया हालांकि उसके बाद वे कई लोगों के निशाने पर भी आ गयी हैं लेकिन इन सब से बेपरवाह नसीम सोलंकी ने कहा कि उन्हें भगवान भोलेनाथ पर अटूट आस्था है और वह जब कभी भी परेशान होती हैं तो भगवान भोलेनाथ की शरण में पहुंच जाती है उल्लेखनीय है कि नसीम सोलंकी का परिवार सदा से भोलेनाथ का अटूट भक्त रहा है मीडिया में आ रही रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कभी भी फतवे का या किसी प्रकार के विरोध की परवाह नहीं की नसीम सोलंकी के ससुर पूर्व विधायक स्वर्गीय हाजी मुस्ताक सोलंकी ने भी इस मंदिर में हवन अनुष्ठान संपन्न कराया था इसी परिवार के तत्कालीन विधायक इरफान ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर को विधायक निधि द्वारा 50 लाख रुपए दिए थे हालांकि अब इसको लेकर के तरह-तरह की राजनीति हो रही है लेकिन सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी नसीम सोलंकी इन सबसे बेपरवाह है उन्होंने भगवान शिव की आराधना का मन बनाया और उसे पूरा कर दिखाया