यज्ञ अनुष्ठान एवं विशाल भंडारे के बाद श्रीमद् भागवत कथा को दिया गया विश्राम

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हल्दूचौड़ के दौलिया ग्राम सभा अंतर्गत पातालेश्वर महादेव मंदिर हिरन बाबा आश्रम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा को आज हवन अनुष्ठान एवं भंडारे के बाद विश्राम दिया गया कथावाचक आचार्य बसंत बल्लभ पांडे ने श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम दिवस पर राजा परीक्षित को मोक्ष की कथा एवं उनके द्वारा जगत के कल्याण के लिए सुकदेव से पूछे गए सवालों के जवाब का बहुत ही सुंदर वर्णन कराया गया कथा वाचक बसंत बल्लभ पांडे ने श्रीमद् भागवत कथा की सफलता पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामना देते हुए योगेश्वर भगवान से उनके सफल एवं सुखी जीवन की प्रार्थना की उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत भगवान श्री कृष्ण का है एक दिव्य स्वरुप है हर किसी भी सनातन धर्म के अनुयाई के यहां श्रीमद् भागवत कथा की पुस्तक होनी चाहिए एवं कोशिश की जानी चाहिए कि अधिक से अधिक श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करें

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उन्होंने कहा कि चार वेद छह शास्त्र और 18 पुराणों में जितने भी धर्म ग्रंथ हैं उसमें श्रीमद् भागवत को ही सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है क्योंकि इसमें ज्ञान भक्ति व वैराग्य का समावेश है तथा प्रभु के परम गोपनीय नाम का भी रहस्य छुपा हुआ है एक ऐसा नाम जो निरंतर स्वासों की माला में रहता है यहां मुख्य रूप से बाबा हरिदास प्रधान पुजारी राकेश पाठक भुवन पांडे दिनेश जोशी गिरीश जोशी भुवन फुलारा कैलाश भट्ट नारायण दत्त भट्ट जटाशंकर हरीश भट्ट शंभू दत्त नैनवाल समेत अनेकों भक्तजन मौजूद रहे