पीएम श्री से संवर रहा बच्चों का भविष्य, अनाथ व निर्धन बच्चों के लिए बना वरदान

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अब अनाथ एवं गरीब बच्चों को भी पब्लिक स्कूलों की भांति उच्च स्तरीय शिक्षा बिल्कुल निशुल्क दी जा रही है जी हम बात कर रहे हैं पीएम श्री के तहत इंटर कॉलेज में खुले छात्रावास जहां इन बच्चों की जिंदगी संवर रही है या यूं कहा जाए कि पीएम श्री बच्चों का भविष्य संवार रहा है

उल्लेखनीय है कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों को खोलने का मकसद सरकार द्वारा संचालित हिंदी मीडियम के विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की तरह शिक्षा उपलब्ध कराना था ताकि आज के प्रतियोगी युग में गरीब बच्चों को भी बेहतर शिक्षा बेहद कम शुल्क में मिल सके गौरतलब है कि सरकार द्वारा संचालित राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षा लगभग निशुल्क प्रदान की जाती है

सरकार ने प्रत्येक विकास खंड में चुनिंदा स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का नाम दिया अर्थात उसे इंग्लिश मीडियम कर दिया गया बाद में प्रत्येक ब्लॉक के दो विद्यालयों को चयनित करते हुए अटल उत्कृष्ट से पीएम श्री में अपग्रेड कर दिया गया अर्थात प्रधानमंत्री स्कूल ऑफ राइजिंग इंडिया के तहत आवासीय विद्यालय खोले गए हैं जो संबंधित इंटर कॉलेज में होंगे और वहां अनाथ, सिंगल पैरंट्स ,बीपीएल तथा ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के बच्चों को प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाता है हल्द्वानी विकासखंड में जीजीआईसी हल्द्वानी तथा अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज हल्दूचौड़ को अपग्रेड करते हुए पीएम श्री का दर्जा दिया गया है बात हल्दूचौड़ की करें तो वर्तमान में यहां 22 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं हल्दूचौड़ इंटर कॉलेज कैंपस में ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालक छात्रावास खोला गया है जिनमें कक्षा 6 में 7 बच्चे सात में 6 आठवीं 8 तथा दसवीं में एक बालक अध्ययनरत हैं छात्रावास अधीक्षक डॉक्टर हिमांशु पांडे कहते हैं कि अगले सत्र से यहां 12वीं तक की व्यवस्था आवासीय विद्यालय के माध्यम से कर दी जाएगी बालक छात्रावास में बच्चों को जलपान भोजन इत्यादि सब निशुल्क प्राप्त होता है इसके अलावा शिक्षा के साथ-साथ स्काउट स्पोर्ट्स एवं अन्य रचनात्मक कार्य को भी सिखाया जाता है बच्चों के अंदर स्वयं से कुछ करने का भी जज्बा पैदा किया जाता है उन्होंने बताया कि पीएम श्री विद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालक छात्रावास में श्रेणी निर्धारण की गई है जिसके तहत ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं है अर्थात अनाथ हैं और दूसरे श्रेणी के वे बच्चे जिनके माता अथवा-पिता में से किसी एक का निधन हो गया है इन्हें प्राथमिकता के आधार पर प्रवेश दिया जाता है इसके अलावा बीपीएल कैटेगरी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी को भी यहां पर निशुल्क व्यवस्थाएं दी जाती हैं लेकिन बीपीएल तथा ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए वार्षिक इनकम 55000 से कम होनी चाहिए कुल मिलाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालख छात्रावास निर्धन तबके के बच्चों के लिए और अनाथ बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जहां बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के साथ-साथ जलपान भोजन वस्त्र इत्यादि निशुल्क प्रदान किया जाता है उक्त विद्यालय के संचालन के लिए एक समिति भी बनाई गई है जिसमें उप जिलाधिकारी को अध्यक्ष नामित किया जाता है जबकि उपाध्यक्ष का दायित्व खंड शिक्षा अधिकारी एवं सचिव का दायित्व छात्रावास अधीक्षक को दिया जाता है स्थानीय विधायक संरक्षक होते हैं हल्दूचौड़ स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालक छात्रावास की व्यवस्थाओं के लिए हॉस्टल वार्डन के अलावा दो भोजन माताएं दो केयरटेकर तथा एक ऑफिस असिस्टेंट भी नियुक्त किया गया है

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