आस्था का प्रमुख धाम बिंदुखत्ता का बिंदेश्वर महादेव मंदिर जहां 25 फरवरी से शुरू होगा महाशिवरात्रि महोत्सव

श्री हंस प्रेम योग आश्रम संजय नगर द्वितीय बिंदुखत्ता में स्थित बिंदेश्वर महादेव मंदिर आस्था का प्रमुख धाम है जहां प्रतिवर्ष शिवरात्रि के पावन पर्व पर विशाल मेले का आयोजन होता है जहां स्थानीय के अलावा राज्य के सुदूरवर्ती अंचलों के साथ-साथ अन्य राज्यों के श्रद्धालु भी आस्था के पथ पर श्रद्धा के पुष्प अर्पित करते हुए नजर आते हैं इस वर्ष यहां 25 फरवरी से 26 फरवरी तक दो दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा जिसकी जोरदार तैयारी चल रही है

उल्लेखनीय है कि बिंदेश्वर महादेव मंदिर बिंदुखत्ता क्षेत्र का सबसे प्राचीन मंदिर है इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1937 में युग संत योगीराज हंस जी महाराज जी के द्वारा की गई मानव धर्म के प्रचार प्रसार के दौरान उनका इस क्षेत्र में आगमन हुआ तब उन्होंने अपनी योग शक्ति के माध्यम से इस स्थान के सिद्ध क्षेत्र होने का ज्ञान अर्जित किया और कालांतर में जगत जननी राज राजेश्वरी माताजी ने यहां शिवलिंग की भी स्थापना की तभी से मंदिर अत्यंत श्रद्धा के साथ विख्यात है बाद में ब्रह्मलीन संत महात्मा परमानंद जी ने इस स्थान को अपनी तपस्थली बनाया और इस स्थान से संपूर्ण कुमाऊं अंचल में मानव धर्म के प्रचार प्रसार का शंखनाद किया सत्संग के माध्यम से लोगों में धर्म एवं अध्यात्म की अलख जगाई महात्मा परमानंद जी के ब्रह्मलीन होने के बाद महात्मा प्रेम प्रागानंद जी, तारकेश्वरानंद जी तूरियानंद जी सार्थानंद जी एवं हर्षानंद जी ने आश्रम एवं बिंदेश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाओं का संचालन किया इसी दौरान मानव उत्थान सेवा समिति के वर्तमान में राष्ट्रीय संगठन सचिव का दायित्व संभाल रहे महात्मा सत्यबोधानंद जी ने अपने उत्तराखंड प्रभारी के कार्यकाल के दौरान कुमाऊं के अनेक आश्रमों का दौरा कर उनके कायाकल्प का कार्य शुरू किया इसी दरमियान स्थानीय श्रद्धालु जनों द्वारा बिंदेश्वर महादेव मंदिर के अत्यंत जीर्ण होने की वजह से इसका सुधारीकरण एवं सौंदर्यीकरण किए जाने की मांग की गई महात्मा सत्यबोधानंद जी ने श्रद्धालु प्रेमी जनों की सद्भावना का सम्मान करते हुए बिंदेश्वर महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण का बीड़ा उठाया और उनके आह्वान पर स्थानीय भक्तजनों प्रेमी जनों एवं अन्य सहयोगियों के माध्यम से बिंदेश्वर महादेव मंदिर को भव्य एवं दिव्य रूप दिया गया महात्मा सत्यबोधानंद जी के राष्ट्रीय संगठन सचिव नियुक्त होने के बाद उनका केंद्रीय कार्यालय नई दिल्ली में बनाया गया जहां से संगठन के विस्तारीकरण करने के साथ-साथ मानव धर्म के प्रचार प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं वर्तमान में श्री हंस प्रेम योग आश्रम एवं बिंदेश्वर महादेव मंदिर की व्यवस्थाओं का संचालन युवा संत महात्मा आलोकनंद जी कर रहे हैं जिसमें महात्मा मानसानंद जी उनके सहयोगी की भूमिका निभा रहे हैं इसके अलावा आश्रमवासी भुवन पपने गोपाल जी मूलचंद संतराम आदि भी सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं श्री हंस प्रेम योग आश्रम संजय नगर के वर्तमान में प्रबंधन का कार्य देख रहे महात्मा आलोकनंद जी ने बताया कि इस वर्ष 25 एवं 26 फरवरी को दो दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव मनाया जाएगा 25 फरवरी को सुबह 10:00 बजे कलश यात्रा से महोत्सव की शुरुआत की जाएगी 26 फरवरी को सुबह ब्रह्म बेला से जलाभिषेक शिवार्चन हवन अनुष्ठान के कार्यक्रम किए जाएंगे तत्पश्चात 10:00 बजे से 2:00 बजे तक विभिन्न तीर्थ स्थलों से आये संत महात्माओं के धर्म एवं आध्यात्मिक से जुड़े गहन विषयों पर व्याख्यान होंगे हमारे जीवन में आखिर शिवरात्रि का क्या महत्व है सदाशिव भगवान को कल्याण का देवता क्यों कहा गया ऐसे तमाम विषयों पर संत महात्मा जन विस्तार से चर्चा करेंगे उन्होंने बताया कि 25 फरवरी की शाम बिंदेश्वर महादेव मंदिर में अखंड जप का भी आयोजन किया जाएगा जो 25 फरवरी की शाम गोधूलि मुहूर्त से शुरू होकर 26 फरवरी को सुबह ब्रह्म बेला की शुरुआत तक जारी रहेगा उन्होंने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव महात्मा सत्यबोधानंद जी के मार्गदर्शन में मनाया जाएगा और इस संपूर्ण कार्यक्रम की संयोजक हल्द्वानी आश्रम की प्रबंधक परम पूज्यनीय महात्मा प्रचारिका बाई जी हैं उन्होंने बताया कि 26 फरवरी को संत महात्माओं के प्रवचन एवं आरती के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा
