कोर्ट के स्टे आर्डर के बावजूद दबंगो ने किया महिला के मकान पर कब्जा

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फौजी का आतंक नहीं मानता न्यायालय का आदेश

आधी रात को दर्जनों गुंडो को लेकर ताला तोड़कर मकान में बलपूर्वक कब्जा कर उठा ले गए लाखों का सामान

कौशाम्बी कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी कस्बे के मेहता रोड में रीता केसरवानी के मकान में आधी रात को दर्जनों लोगों ने ताला तोड़ दिया है और मकान के अंदर किरायेदार नितिन केसरवानी पुत्र भगवान दास केसरवानी निवासी मेहता रोड भरवारी थाना कोखराज का रखे लगभग 20 लाख रुपए कीमत का सामान से कुछ सामान और लगभग 160000=00 लूट ले गए हैं और जाते-जाते रीता के मकान में कब्जा करने वाले अतिचारियों ने रीता के मकान /दुकान में गुण्डाई व दबंगई से ताला बंद करके अपना मकान घोषित करना चाहते हैं मकान कब्जा का यह मामला पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा जबकि इस मकान का सिविल अदालत में मुकदमा चल रहा है और सिविल जज कनिष्ठ श्रेणी कौशाम्बी द्वारा स्थगन आदेश भी पारित किया गया है लेकिन अदालत से स्थगन आदेश के बावजूद जिस तरह से दबंगों द्वारा भरवारी कस्बे में आधी रात को खुले आम गुंडई की गई है वह किसी अतीक अहमद के आतंक से कम नहीं दिखाई पड़ती इससे एक बार फिर कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ती दिखाई पड़ी है

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फौज में नौकरी करने वाला एक फौजी इन दिनों भरवारी क्षेत्र में फौज में भर्ती कराने की कोचिंग चलाकर नवयुवकों की भीड़ एकत्रित कर रहा है और कोचिंग के जरिए नवयुवकों को योग्य बनाने का झांसा देकर भोले भाले नवयुवकों को गुमराह करके उनसे मोटी रकम वसूल कर फौज में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ा गोरख धंधा कर रहा है भरवारी क्षेत्र का यह फौजी भारतीय संविधान कानून और न्यायालय के आदेश को नहीं मानता है अदालत के आदेश के विपरीत फौजी और उसके परिवार के लोगों ने बीती रात रीता देवी के मकान का ताला तोड़कर बलपूर्वक कब्जा कर लिया इस मकान जमीन पर सिविल जज कनिष्ठ श्रेणी ने 6 जनवरी 2025 को रीता देवी की याचिका पर स्थगन आदेश पारित किया है लेकिन स्थगन आदेश के बिपरीत बीती रात उस मकान में दर्जनों गुंडो की फौज लेकर फौजी पहुंच गया और फौजी ने मकान का ताला तोड़कर नग्न तांडव कर बलपूर्वक गुंडों के सहयोग से मकान में कब्जा करने की नियत से ताला बंद करने का प्रकरण और फौजी का आतंक जिले में पूरे दिन चर्चा का विषय बन गया है मामले की शिकायत पीड़ित पक्ष ने सम्बंधित थानाध्यक्ष कोखराज सहित उच्च पुलिस अधिकारियों को भी सूचित किया है है सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुँची और मामले की जांच पड़ताल करने में पुलिस लगी है सवाल उठता है कि यदि किसी मामले में अदालत ने यथास्थित बनाने के निर्देश दिया है तो स्थगन आदेश के विपरीत बलपूर्वक उस संपत्ति में कब्जा करने का दुस्साहस फौजी और उसके गुर्गों ने कैसे किया है भारतीय संविधान और कानून की बात करें तो अदालत के स्थगन आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस की है लेकिन पुलिस भी अदालत के स्थगन आदेश का पालन नहीं करा सकी है भरवारी कस्बे के मेहता रोड में रीता देवी के मकान से जुड़ा मामले में गुरुवार की आधी रात को फौजी और उसके दर्जनों गुंडों द्वारा मकान का ताला तोड़कर बलपूर्वक कब्जा कर लिया गया है और मकान के अंदर किरायेदार नितिन केसरवानी उपरोक्त के मौजूद लगभग 20 लाख रुपए से अधिक के सामान में से कुछ सामान को और नगदी लगभग एक लाख 60 हजार फौजी और उसके लोग लूट ले गए इसके अतिरिक्त अभी भी किरायेदार नितिन केसरवानी उपरोक्त का लगभग 2000000=00 का सामन दुकान के अन्दर मौजूद है प्रार्थिनी को भय बना हुआ है कि उक्त फौजी व उसके दबंगों द्वारा रात में कहीं पूरा सामान को लूट कर अन्यत्र न सुरक्षित कर दें

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सुशील केसरवानी वरिष्ठ पत्रकार

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