ऐसा समाज सेवी परमार्थ ही जिसके जीवन का लक्ष्य है

हल्द्वानी समाजसेवी हेमंत गोनिया परोपकार की जीती जागती मिसाल है जो अब तक अनगिनत असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के जीवन में उम्मीद की किरण जगा चुके हैं आरटीआई एक्टिविस्ट समाजसेवी हेमंत गोनिया को परमार्थ अथवा परोपकार का पर्यायवाची कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी हेमंत गोनिया को जब कभी पता लगता है कि कोई असहाय मदद को लेकर पुकार रहा है तो उसे मदद देने वालों में हेमंत गोनिया प्रथम नाम होता है इसके अलावा हेमंत गोनिया एक ऐसा सराहनीय कार्य कर रहे हैं जो सुनने में तो आसान लगता है मगर हकीकत में इसे उतारना बेहद कठिन होता है लेकिन हेमंत गोनिया ने इसे अपने जीवन में चरितार्थ किया है वे अब तक 197 लावारिस लोगों का दाह-संस्कार कर चुके हैं जो अपने आप में उत्कृष्ट उदाहरण है हेमंत गोनिया एंड टीम द्वारा कराए जा रहे कार्यों की एक लंबी श्रृंखला है
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